Message from Chairman
दुग्ध सहकारी आंदोलन का समाज पर महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक प्रभाव है यह मुख्य रूप से दक्षिण बिहार में विशेष रूप से भोजपुर, बक्सर, रोहतास, भभुआ जिले में शाहाबाद दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (शाहाबाद मिल्क यूनियन) ब्रांड ‘Sudha’ के तत्वावधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसे हासिल करने हेतु हमलोग विकास पथ पर अपने पिछले लक्ष्यों से आगे बढ़ रहे हैं। पिछले वर्षो पर नजर डालें तो हमने प्रतिदिन 250 लीटर दूध की मामूली खरीद से शुरुआत की थी जो अब लगभग 3,00,000 लीटर प्रतिदिन तक पहुंच गई है। पिछले कुछ वर्षों में डेयरी सहकारी समितियों की संख्या और सदस्यता में लगातार वृद्धि हुई है। विपणन में हम दूध , घी, मक्खन, पनीर, दही और अन्य डेयरी उत्पादों की बिक्री में काफी मांग में रही है और साल दर साल इसमें वृद्धि हो रही है। आरा डेयरी ने हमेशा अपने दूध उत्पादकों के हितों को शीर्ष एजेंडे पर रखा है और अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर दूध खरीद मूल्य का भुगतान कर रही है और इसे दूध उत्पादकों के लिए लाभदायक और आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाती है। हमारा लक्ष्य दूध खरीद में बिहार को शीर्ष पर लाना है, जो मुझे लगता है कि दूध उत्पादकों के सामूहिक प्रयास, हमारे प्रतिबद्ध कर्मचारियों और हमारे बोर्ड के सदस्यों के माध्यम से प्रदान किए गए नेतृत्व के माध्यम से संभव है। हमारी अत्यधिक उन्नत परीक्षण प्रयोगशाला यह सुनिश्चित करती है कि हमारे दूध और दूध उत्पादों के उपभोक्ताओं को शुद्ध और स्वस्थ उत्पाद मिले। दुग्ध उत्पादकों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं। हम पौष्टिक पशु आहार, पशु स्वास्थ्य सेवाओं, आपातकालीन पशु चिकित्सा, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, कृमि मुक्ति, पशु प्राथमिक चिकित्सा दवा किट और अन्य प्रकार की लाभार्थी योजनाओं के माध्यम से अपने दूध उत्पादकों के स्वामित्व वाले गायों एवं मवेशियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए कल्याणकारी योजनाएं प्रदान करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं।राष्ट्रव्यापी लम्पी रोग के कारण उत्पन्न संकट की घड़ी में आरा डेयरी हमारे किसानो के साथ खड़ी रही है, जिसमें उत्पादकों ने न केवल अपने मवेशियों को खो दिया, बल्कि अपनी आजीविका का स्रोत भी खो दिया। रोग से निदान हेतु शाहाबाद दुग्ध संघ किशानो कि हर संभव सहयोग जैसे कि टीकाकरण एवं अन्य चिकित्सीय सेवा ससमय प्रदान कर रही है | हम अपने उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं और हम लोग उनके भरोसे का ध्यान रखते हैं। हमारे ग्राहक उत्पादों को बेहतर बनाने, उन्हें अधिक कुशल, स्वस्थ और पौष्टिक बनाने में हमारे मार्गदर्शक रहे हैं। उनकी प्रतिक्रिया हमारे लिए सबसे मूल्यवान है। हमारे कर्मचारी हमारी ताकत है जो गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान करने में अहम् योगदान देते हैं। वे एक टीम की तरह अपने सामने आई हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने संघ के विचारों और योजनाओं का बहुत प्रभावी ढंग से पालन किया है। हमारा संघ बिहार राज्य दुग्ध सहकारी महासंघ (कॉम्फेड) के सहयोग से शाहाबाद दुग्ध संघ को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए आभारी रहेगा
जय हिन्द !!
जय किसान !!
अध्यक्ष
शाहाबाद दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड
Chairman Message……
At Shahabad Dugdh Utpadak Sahkari Sangh Limited (Shahabad Milk Union), we are proud of our history of quality, taste and consistency in performance. It’s all down to our culture of co-operation, commitment and quality. Shahabad Dugdh Utpadak Sahkari Sangh Limited (Shahabad Milk Union) has deep roots in the business in (Southern) Bihar region. We are one of the best-integrated Dairy in India, but we focus on local Communities and customers. In many states outside Bihar, Our milk and milk product brand “Sudha” has become the favourite name in many families as our trade name reflects our rich history. Shahabad Dugdh Utpadak Sahkari Sangh Limited (Shahabad Milk Union) started in 1997 in Ara, located in the Ara district, known for its rich natural resources as well as superior climate conditions for crops, animal health, and food production. Over the years, Shahabad Dugdh Utpadak Sahkari Sangh Limited has evolved and has always been on the leading edge of innovation and quality. Today, the “Sudha” name and its product range are known all over Bihar, Uttar Pradesh, West Bengal, Jharkhand, and New Delhi. We acknowledge and appreciate the tremendous faith & trust that farmers and consumers have placed in us. We are conscious of the responsibility to increase milk production and to safeguard the interest of milk producers and consumers. We should not focus only on increasing milk procurement for the clean and hygienic milk production, but also in scientific breeding, feeding and animal health improvement to increase productivity of milk in the region. The idea of forming milk producers’ cooperative societies in the village as milk producer as its member has revolutionized the dairy industry in India. It has been recognized as an important instrument to bring about Socio-economic transformation and to strengthen the rural economy. It is also the means of Livelihood for small, marginal farmers and landless labourers of four District Ara, Buxar, Rohtas and Kaimur. To meet the growing demand for milk from domestic sources we have to keep good milk cow and buffalo to increase the productivity. Through we have achieved remarkable success in milk procurement we have to keep it going. In our efforts to achieve self- sufficient in milk we are committed to follow the path laid down by our predecessors.
Jai Hind
Jai Kishaan
Chairman
Shahabad Dugdh Utpadak Sahkari Sangh Limited